बौद्ध दर्शन: एक प्रारंभिक दृष्टि (An Introductory View of Buddhist Philosophy)

बौद्ध दर्शन के संस्थापक महात्मा बुद्ध माने जाते हैं। उनका जन्म ईसा पूर्व छठी शताब्दी में हिमालय की तराई में स्थित कपिलवस्तु के शाक्य राजवंश में हुआ था। बचपन में…

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चार्वाक दर्शन की समीक्षा

चार्वाक दर्शन की समीक्षा: A Critical Review of Charvaka Philosophy

भारतीय दर्शन की विविधता में चार्वाक दर्शन एक अनोखा स्थान रखता है। यह ऐसा विचार है जो न केवल आत्मा, ईश्वर और मोक्ष जैसे पारंपरिक सिद्धांतों का खंडन करता है,…

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चार्वाक दर्शन: आत्मा, ईश्वर और नीति संबंधी विचार

चार्वाक के आत्मा-संबंधी विचार (Charvaka's Philosophy of Soul) भारत के अधिकांश दार्शनिक आत्मा की सत्ता में विश्वास करते हैं, लेकिन चार्वाक दर्शन इस संदर्भ में एक अपवाद प्रस्तुत करता है।…

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चार्वाक दर्शन

चार्वाक दर्शन: भारतीय भौतिकवाद का दार्शनिक दृष्टिकोण

भारतीय दर्शन की मुख्य प्रवृत्ति आध्यात्मिक मानी जाती है, लेकिन यह समझना कि भारतीय दर्शन पूर्णतः आध्यात्मिक है, गलत होगा। जो लोग ऐसा मानते हैं, वे भारतीय दर्शन को आंशिक…

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उपनिषदों का दर्शन Philosophy of the Upanisads

उपनिषदों का दर्शन (Philosophy of the Upanisads)

उपनिषदों का दर्शन (Philosophy of the Upanisads) उपनिषद वेद के अंतिम भाग हैं, इसलिए इन्हें वेदांत (वेद-अंत) भी कहा जाता है। वेदांत, वेदों का अंतिम भाग या सार है ।…

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Philosophy of The Vedas

वेदों का दर्शन: Philosophy of The Vedas

वेद विश्व-साहित्य की सबसे प्राचीन रचना है। यह मानव-भाषा में प्राचीनतम् मनुष्य के धार्मिक और दार्शनिक विचारों का सर्वप्रथम परिचय प्रस्तुत करता है। डॉ. राधाकृष्णन ने कहा है, "वेद मानव-मन…

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The concept of god in indian philosophy

भारतीय दर्शन में ईश्वर-विचार: वेदो से वेदांत तक

भारतीय दर्शन में ईश्वर-विचार का मूल स्रोत वेद, विशेष रूप से ऋग्वेद, को माना जाता है। ऋग्वेद में ही भारतीय दर्शन के अधिकांश सिद्धांत बीज रूप में निहित हैं, जिनमें…

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